मेरी दुनिया, मेरी माँ !!

30968_393566175100_4585247_n

दिन शुरू होते ही घिर जाती हूँ मतलबी लोगो की भीड़ में|दुनिया कितनी मतलबी होती है,हर आधे घंटे में एक नया नकाब उतरते देखती हूँ|दिल में उथल पुथल होती है तो सोचती हूँ कि लोग ऐसे क्यूँ होते है|कभी दिल करता है किसी का सिर फोड़ दो|तो कई बार सोचती हूँ कि मुँह मोड़ लेना चाहिए मतलबी लोगो से|कभी लगता है दोस्ती भी कुछ नही होती|

पूरा दिन बेचैनी से काटने के बाद जब शाम को में अपनी माँ को फोन करती हूँ,तो वो फिर से एहसास दिलाती है कि दुनिया में हर कोई मतलबी नही होता,उन उतरे हुए नकाब वाले चेहरो से भी प्यार करना सिखाती है,जिनसे मुँह मोड़ने का दिल करता है, उन्हे गले लगाना सिखाती है,हर रिश्ते को पूरा निभाना सिखाती है|कहती है  “जिसका जितना साथ हो,उतना ही अच्छा है”|

सही कहते है, भगवान हर जगह नही हो सकता इसलिए उसने माँ बनाई है|
One day is not enough Mom…You are my world and I owe you every single day..I love you !!